कंप्यूटर सॉफ्टवेयर मुख्यत दो श्रेणियों में बांटा जाता है।
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर
यह एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर का आधार है जो हार्डवेयर के प्रबंधन के लिए ज़िम्मेदार है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि सिस्टम सॉफ़्टवेयर यूजर (उपयोगकर्ता) और हार्डवेयर के बीच मध्यस्थ है। सिस्टम सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में भी जाना जाता है।
एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर चलाने के लिए सिस्टम सॉफ्टवेयर एक आधार प्रदान करता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर में शामिल हैं:
इसके उदाहरण हैं - एमएस-विंडोज, यूनिक्स, लिनक्स, सन सोलारिस इत्यादि।
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर उस कार्य के लिए विशिष्ट (Special) है जिसके लिए इसे Special डिज़ाइन किया गया है यह बिलकुल सरल या बहुत जटिल भी हो सकता है। कंप्यूटर के साथ किए जा सकने वाले कार्यों की संख्या ज्यादा होने के कारण अलग-अलग तरह के सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है जैसे अकाउंट के सॉफ्टवेयर के लिए टैली या किसी अन्य सॉफ्टवेयर का प्रयोग होता है किसी होटल के लिए होटल मैनेजमेंट तथा स्कूल व् कॉलेज के लिए स्कूल मैनेजमेंट व् कॉलेज मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर आवश्यकतानुसार प्रयोग में लाये जाते हैं।
इसके उदाहरण हैं -
3. दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर या मैलवेयर
जो सॉफ्टवेयर है कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाने और बाधित करने के लिए विकसित किया गया है। उसे सॉफ़्टवेयर या मैलवेयर कहते हैं। इस प्रकार, मैलवेयर अवांछनीय है। मैलवेयर कंप्यूटर से संबंधित अपराधों से जुड़ा हुआ है। इसके दोष प्रभावों से बचने के लिए हम एंटी वायरस का प्रयोग करते हैं। एंटी वायरस और एंटी मैलवेयर सॉफ्टवेयर के उदाहरण निम्न हैं।
एक टिप्पणी भेजें