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What is Secondary Memory in Hindi / सेकेंडरी मेमोरी क्‍या होती है ?

सेकेंडरी मेमोरी वह है जहां डेटा को दीर्घकालिक समय के लिए स्‍टोरेज के लिए रखा जाता है हालाँकि प्राइमरी मेमोरी के मुकाबले इसके गति काफी कम होती है परन्तु डाटा को स्टोर करके रखने की कैपेसिटी काफी विशाल होती है तथा इसकी कीमत भी काफी कम होती है इसमें रखा गया डाटा स्थिर रहता है यानि कंप्यूटर के बंद हो जाने के बाद भी इसमें डाटा सुरक्षित रहता है।

आसान भाषा में सेकेंडरी मेमोरी को कुछ इस तरह से समझें :-

सेकेंडरी मेमोरी का कार्य हमारे कंप्यूटर में किये गये कार्य को सेव करके रखना है जिस तरह हम रोजाना पैसा कमाकर कुछ बचत करके बैंक में जमा पूंजी बढ़ाते हैं ताकि उसे बाद में इस्तेमाल किया जा सके इसी तरह से सेकेंडरी मेमोरी में भी हम डाटा को सेव करके रखतें हैं ताकि जरुरत पड़ने पर फिर से इसे उपयोग किया जा सके।

विशेषताएं


  • इसमें स्टोर किया गया डाटा स्थिर रहता है यानि लाइट के जाने पर भी बाद में उपयोग किया जा सकता है।
  • रिकॉर्ड को सुरक्षित तरीका से रखा जा सकता है।
  • कीमत बहुत ही कम होती है।
  • स्टोरेज क्षमता कम होने पर बढाया जा सकता है।
  • कमियां


  • स्पीड बहुत कम होती है।
  • सेकेंडरी मेमोरी के प्रकार

  • मैग्नेटिक टेप (Magnetic Tape)
  • हार्ड डिस्क (Hard Disk)
  • ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk)
  • यूऍसबी फ्लैश ड्राइव (USB Flash Drive)
  • मैग्नेटिक/चुम्बकीय टेप (Magnetic Tape)

    चुंबकीय टेप चुंबकीय रिकॉर्डिंग के लिए एक माध्यम है, जो प्लास्टिक की एक लंबी, संकुचित पट्टी पर एक पतली, मैग्नेटिज़ेबल कोटिंग से बना है यह पुराने ज़माने के टेप रिकॉर्डर की ही तरह होती है इसे Cassette की तरह काम में लिया जाता है मैग्नेटिक/चुम्बकीय टेप का प्रयोग बड़ी मात्रा में डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। परन्तु इसमें डाटा सीरीज में ही हो पता है यानि randomly डाटा को एक्सेस नहीं कर सकते।

    हार्ड डिस्क (Hard Disk)

    Hard Disk को शोर्ट में HDD भी कह देते हैं। हार्ड डिस्क डाटा को स्टोर करने के काम मे आती है, लेकिन RAM उस स्टोरेज मे रखी चीजो को चलाने के काम में आती है। जब हम कंप्यूटर को बन्‍द करते है तो RAM मे पडी कोई भी चीज नष्ट हो जाती है। लेकिन हार्ड डिस्क मे कंप्यूटर बन्‍द होने पर भी डाटा ख़त्म नही होता। हार्ड डिस्क के घुमने की स्पीड को हम RPM (Revolutions Per Minute) मे नापते है। जितने ज्यादा RPM होंगे उतनी ही उस हार्ड डिस्क की स्पीड भी ज्यादा होगी। डाटा को Read और Write करने के लिए रीड व राईट हेड का प्रयोग किया जाता है।

    ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk)

    ऑप्टिकल डिस्क में एक पतली सतह पर डाटा को स्टोर किया जाता है डाटा को Read और Write करने के लिए रीड व राईट हेड का प्रयोग किया जाता है।

    इसके उदाहरण है CD और DVD और Blue Ray Disk

  • CD - Compact Dist - इसकी क्षमता 700 MB की होती है
  • DVD - Digital Versatile Disk - इसकी क्षमता 4.7 GB की होती है
  • Blue Ray Disk - - इसकी क्षमता 50 GB तक की होती है
  • यूऍसबी फ्लैश ड्राइव (USB Flash Drive)

    इसे हम PAN Drive के नाम से भी जानते हैं यह आजकल डाटा को स्टोर करके रखने और लाने लेजाने में भी काफी उपयोग में ली जाती है। इसे प्रयोग करने के लिए कंप्यूटर में लगे USB Port में लगाया जाता है समय के साथ साथ इसकी स्पीड में भी काफी फर्क देखने को मिला है।

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