मशीनी भाषा एक लो लेवल लैंग्वेज (Low Level Language) है हम यह पहले ही पढ़ चुके हैं कि प्रोग्रामिंग भाषा क्या होती है तथा यह कितने तरह की होती है हमने यह सब कुछ अच्छे से पढ़ चुके हैं अगर आपको प्रोग्रामिंग भाषा या इसके प्रकार के बारे में नहीं पता है तो आप हमारी पिछली पोस्टस को पढ़ सकते हैं।
मशीनी भाषा ( Machine language ) वह भाषा होती है जिसमें केवल 0 (Off) और 1 (on) दो अंको का प्रयोग होता है। जिसे हम प्रत्येक डिजिट को Bit के रूप में जानते हैं यह कंप्यूटर की अपनी भाषा है जिसे वह समझ लेता है उसी प्रकार जिस प्रकार हम हिंदी भाषा को बड़ी आसानी से समझ लेते हैं। जिस तरह से इंसान द्वारा समझी जाने वाली भाषा को हमने अलग-अलग नाम दिए हुए हैं उसी तरह से मशीनी भाषा को भी नाम दिया गया है जिसे केवल मशीन समझ सकती है हम मशीन भाषा को समझ तो सकते हैं परन्तु हम मशीने भाषा में बात करने के लिए केवल लिखित माध्यम का ही प्रयोग कर सकते हैं जिसे हम कंप्यूटर की भाषा में कोडिंग कहते हैं।
Fig: Machine Language
मशीनी भाषा बाइनरी कोड (Binary Code) में लिखी जाती है जिसके दो अंकों 0 और 1 का प्रयोग होता है। 0 का मतलब लो या ऑफ़ (Low Or off) होता है और 1 का मतलब हाई या ऑन (High or On) होता है। 0 और 1 को समझना है तो अपने अपने घरों में लगे इलेक्ट्रिकल स्विच जिससे आप अपने घर में लगे उपकरण जैसे पंखे कूलर फ्रिज चलाते हो उन्हें देख ले जब किसी उपकरण को चलाते हैं तो बटन को ऑन करना पड़ता है जिसे हम 1 कहेंगे जोकि एक इलेक्ट्रिक सिग्नल है और बंद करने के लिए बटन को बंद करेंगे जोकि ऑफ यानि 0 का इलेक्ट्रिकल सिग्नल है। इन इलेक्ट्रिकल सिग्नस की सहायता से कंप्यूटर में होने वाली प्रोग्रामिंग या कोडिंग कंप्यूटर विशेषज्ञों द्वारा की जाती है। इसे हम कुछ इस तरह समझते हैं।
Binary System | Decimal System |
---|---|
000 | 0 |
001 | 1 |
010 | 2 |
011 | 3 |
100 | 4 |
101 | 5 |
110 | 6 |
111 | 7 |
इसी तरह और आगे की कैलकुलेशन करने के लिए हमें 4 डिजिट का कोड लेना होगा जैसे 8 को हम बाइनरी में 1000 कहेंगे। इन्ही सिम्बल्स का प्रयोग अगर हम करते है तो मशीने सीधे सीधे इसको बड़ी आसानी से समझ सकती हैं। परन्तु इन सिम्बल्स को समझना बहुत ही कठिन है क्योंकि हमारे पास इतना समय नहीं होता है की हम इन सिम्बल्स का प्रयोग दैनिक जीवन में कर सकें इसलिए कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने इसके अनुवादक बना दिए हैं जिसे हम Compiler or Interpretor कहते हैं। इनके बारे में ज्यादा जानने के लिए आप हमारी पोस्ट भाषा अनुवादक क्या होता है को पढ़ सकते हैं।
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