ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर और कंप्यूटर के बीच का माध्यम है जिसकी सहायता से यूजर कंप्यूटर से अपना काम करवा सकता है । ऑपरेटिंग सिस्टम को हम सिस्टम सॉफ्टवेयर के नाम से भी जानते हैं और यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जिस पर दूसरे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर काम करते हैं । ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में चल रहे सभी कार्यों की निगरानी करता है और उन्हें नियंत्रित करता है ताकि सारा कार्य सुचारू रूप से चलता रहे ।
अगर आप सिस्टम सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बारे में नहीं जानते हैं तो हमारी पिछली पोस्ट को आप पढ़ सकते हैं ।
ऑपरेटिंग सिस्टम का उद्देश्य और आवश्यकता - Need and Objective of Operating System
इस उदाहरण के साथ कुछ इस तरह से समझ सकते हैं जैसे हमें एक मशीन से काम करवाना है परंतु हमें उसकी भाषा का ज्ञान नहीं है तो हमें एक ऐसा माध्यम चाहिए जो हमारी भाषा को समझ कर मशीन को समझा सके और और मशीन से करवा कर हमें हमारी भाषा में कार्य करवा कर बता सके । ऑपरेटिंग सिस्टम भी हमारे लिए यही कार्य करता है ।
ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता और उद्देश्य को समझने के लिए हमें इसके कार्यों को समझना होगा ।
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख कार्य | Functions of Operating System
Processor Management:
ऑपरेटिंग सिस्टम तय करता है कि किस प्रोसेस को प्रोसेसर कब और कितने समय के लिए देना है । इसके लिए प्रोसेसर "प्रोसेस शेड्यूलिंग एल्गोरिथ्म" (process scheduling algorithms) का इस्तेमाल करता है । "प्रोसेस शेड्यूलिंग एल्गोरिथ्म" कई तरह के होते हैं जैसे FIFO, Round Robin, Shortest Job First etc.
आसाम भाषा में समझे तो ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोसेसर के आवंटन और डी-आवंटन का नियंत्रण करता है उपकरणों (Resources like Printer, Scanner) को डी-आवंटित करता है।
Device Management
Memory Management
ऑपरेटिंग सिस्टम का मेन कार्यों में से एक कार्य मेमोरी मैनेजमेंट का होता है मेमोरी से हमारा मतलब प्राइमरी मेमोरी से है जिसे हम RAM (Random Access Memory) भी बोलते हैं । जैसा कि हम जानते हैं कि मेन मेमोरी या प्राइमरी मेमोरी की स्पीड सेकेंडरी मेमोरी (Hard Disk) से काफी कम होती है और प्रोसेसर (CPU) की स्पीड तो मेन मेमोरी (प्राइमरी मेमोरी) से भी फास्ट होती है इसलिए प्रोसेसर कोई भी डाटा सीधे मेन मेमोरी से ही लेता है ।
मेमोरी मैनेजमेंट कार्य
File Management:
ऑपरेटिंग सिस्टम सभी फाइल्स और फ़ोल्डर्स की (Directory or Folder) डिटेल को संजोकर (Save) रखता है ताकि समय समय पर उनके उपयोग के लिए ढूंढ़ने में आसानी हो और किसी भी तरह का बदलाव उसमे किया जा सके। ये विभिन तरह की जानकारी हर एक फाइल के लिए निम्न होती है
- File Attributes
- File Operations
- File Access permission
- File Systems etc.
- यह कंप्यूटर सिस्टम में नई फाइलें बनाने और उन्हें विशिष्ट स्थानों पर रखने में मदद करता है।
- यह कंप्यूटर सिस्टम में इन फ़ाइलों को आसानी से और जल्दी से पता लगाने में मदद करता है।
- यह विभिन्न उपयोगकर्ताओं के बीच फ़ाइलों को साझा करने की प्रक्रिया को बहुत आसान और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाता है।
- यह तय करता है कि संसाधन किसे मिले।
- संसाधनों का आवंटन और डी-आवंटन करता है।
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