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VPN verses Proxy Servers | प्रॉक्सी सर्वर क्या होता है। प्रॉक्सी सर्वर और वी. पी. एन. में क्या अंतर होता है।

एक प्रॉक्सी सर्वर (या "प्रॉक्सी") एक कंप्यूटर है जो आपके कंप्यूटर और एक व्यापक नेटवर्क के बीच बैठता है। यह "व्यापक नेटवर्क" पूरा इंटरनेट है एक प्रॉक्सी सर्वर आपके कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच मध्यस्थ का काम करता है। प्रॉक्सी सर्वर भी VPN की तरह ही काम करता है। परन्तु इनके बीच के अंतर को हम समझेंगे। अगर आपने अभी तक हमारे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) वाली पोस्ट को नहीं पढ़ा है तो पहले उसे पढ़े ताकि आपको अंतर समझने में कोई  परेशानी न हो।

प्रॉक्सी में आपका असली इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) पता इंटरनेट पर से छिपा हुआ होता है। उदाहरण के लिए, आपके वास्तविक आईपी पते के बजाय, जब आप उस पर जाते हैं तो प्रॉक्सी सर्वर का आईपी पता दिखेगा। क्योंकि हम जो भी वेबसाइट खोलेंगे वह प्रॉक्सी के माध्यम से खुलेगी क्योंकि हम प्रॉक्सी को वह वेबसाइट खोलने के लिए कहेंगे। जैसा की VPN में भी होता है। अब यह प्रॉक्सी सर्वर किसी विदेश में भी हो सकता है। प्रॉक्सी प्रतिबंधित कार्यों को इस्तेमाल के लिए उपयोगी है जैसे क्षेत्र-प्रतिबंधित यूट्यूब वीडियो देखना, सरकार या ISP द्वारा लगाये गये प्रतिबंधों को दरकिनार करना।

प्रॉक्सी सर्वर केवल आपके आईपी पते को छिपाने के लिए और आपके इंटरनेट ट्रैफ़िक के लिए मध्य के रूप में कार्य करता हैं। यह प्रॉक्सी सर्वर और हमारे कंप्यूटर के बीच अपने यातायात या डाटा ट्रान्सफर को एन्क्रिप्ट नहीं करते हैं। और इसमें कोई अतिरिक्त गोपनीयता या सुरक्षा विचार शामिल नहीं हैं। जबकि वी पी एन में डाटा एनक्रिप्ट रहता है और फिर आगे रिक्वेस्ट जाती है।

प्रॉक्सी सर्वर कनेक्शन एप्लिकेशन के आधार पर कॉन्फ़िगर किया गया है जैसे अगर वेब ब्राउज़र (मौजिला, गूगल क्रोम इत्यादि ) में हम प्रॉक्सी का इस्तेमाल कर रहे है तो केवल उन्ही में ही हमारी पहचान नहीं हो पायेगी दूसरी चल रही एप्लीकेशन जैसे विंडो अपडेट में यह काम नहीं करेगा। यह तभी अच्छा है यदि आप प्रॉक्सी से जुड़ने के लिए एक ही एप्लीकेशन चाहते हैं। लेकिन अगर आप अपने संपूर्ण इंटरनेट कनेक्शन को रीडायरेक्ट करना चाहते हैं तो यह अच्छा नहीं है।

प्रॉक्सी की ही तरह वी पी एन सर्वर भी ट्रैफिक वहीँ से दर्शाता है जहाँ हमारा वी पी एन सर्वर सेट किया हुआ है। परन्तु इसे ऑपरेटिंग सिस्टम लेवल पर सेट किया जाता है जैसे Windows 7, Linux इत्यादि ताकि उस कंप्यूटर से जाने वाला सारा का सारा ट्रैफिक कहा जा रहा है ये पता न लग सके। एक प्रॉक्सी सर्वर के विपरीत, जो केवल एक एप्लीकेशन और इन्टरनेट मध्य सर्वर के रूप में कार्य करता है वीपीएन हमारे कंप्यूटर पर हर एक ऐप्लिकेशन के ट्रैफ़िक को कैप्चर करेगा। अपने वेब ब्राउज़र से लेकर अपने ऑनलाइन गेम तक यहां तक कि विंडोज अपडेट जो चल रहा है उसे भी।

संक्षिप्त में

  1. वीपीएन यातायात में एन्क्रिप्शन, प्रमाणीकरण और संरक्षण प्रदान करता है जबकि प्रॉक्सी कनेक्शन पर अधिक सुरक्षा प्रदान नहीं करता है।
  2. वीपीएन दो सिस्टम फ़ायरवॉल को जोड़ने के लिए एक सुरंग बनाता है इसके विपरीत, एक प्रॉक्सी कोई भी सुरंग नहीं बनाती है
  3. प्रॉक्सी एक एप्लीकेशन पर काम करता है और वी पी एन पुरे कंप्यूटर के लिए
  4. प्रॉक्सी में भेजे गये डाटा को हैक किया जा सकता हैं परन्तु वी पी एन में नहीं।
  5. दोनों वी पी एन और प्रॉक्सी लगभग एक सी ही सुविधा देते हैं लेकिन वी पी एन प्रॉक्सी सर्वर से अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।

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