भारत में संरक्षित क्षेत्र
संरक्षित क्षेत्रों वे क्षेत्र हैं जिनमें मानव के रहने या कम से कम संसाधनों का शोषण सीमित है। कई तरह के संरक्षित क्षेत्र हैं, जो प्रत्येक देश के सक्षम कानूनों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नियमों के आधार पर सुरक्षा के स्तर के हिसाब से भिन्न होते हैं। शब्द "संरक्षित क्षेत्र" में समुद्री संरक्षित क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है, जिसमें सीमाएं शामिल हैं, जिनमें से कुछ समुद्र के क्षेत्र और ट्रांसबाउंडरी संरक्षित क्षेत्र शामिल हैं जो कई देशों को ओवरलैप करते हैं जो संरक्षण और आर्थिक उद्देश्यों के लिए देशों की सीमा क्षेत्र से निकाले जाते हैं। ओवरलैप से अभिप्राय है की अगर उस संरक्षित क्षेत्र में किसी देश की सीमा आती है तो उसे केवल संरक्षित क्षेत्र ही माना जायेगा बजाये उसे उस देश की सीमा मानने के। यह संरक्षित क्षेत्र विभिन हो सकते है भारत में इनकी टोटल संख्या के साथ इन्हें नीचे दर्शाया गया है।
Protected Areas of India (as on July, 2017)
Park | No's | Coverage % of Country |
---|---|---|
National Parks (NPs) | 103 | 1.23 |
Wildlife Sanctuaries (WLSs) | 543 | 3.62 |
Conservation Reserves (CRs) | 73 | 0.08 |
Community Reserves | 45 | 0.0002 |
Protected Areas (PAs) | 764 | 4.93 |
नेशनल पार्क ( राष्ट्रीय उद्यान ) - 103
वन्यजीव अभयारण्य ( वाइल्डलाइफ सैंचूरी ) - 543
संरक्षण भंडार - 73
समुदाय के भंडार - 45
समुद्री संरक्षित क्षेत्र - 764
संरक्षण महत्व की साइटें
वन्यजीव अभयारण्य और राष्टीय उद्यान ( नेशनल पार्क ) में अंतर
Conservation verses Presevation संरक्षण (Conservation) आमतौर पर प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से जुड़ा हुआ है, जबकि संरक्षण (Presevation) इमारतों, वस्तुओं और परिदृश्यों के संरक्षण से जुड़ा हुआ है।
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