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क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होती है।

क्लाउड का मतलब है बादल और अगर कंप्यूटर की भाषा में समझें तो हम अपना डाटा अपने कंप्यूटर में स्टोर करते हैं या फिर किसी एप्लीकेशन को बनाने के लिए किसी सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर में डालते हैं ताकि उससे विभिन्न तरह की डाटा प्रोसेसिंग या गणनाए की जा सके इसके लिए काफी तरह का खर्च करना पड़ता है जैसे हार्डवेयर सॉफ्टवेयर इत्यादि परंतु क्लाउड कंप्यूटिंग में इस खर्च को बहुत ही कम किया जा सकता है जैसे जो हमारा हार्डवेयर हैं उसे सब्सक्रिप्शन यानी किराए पर लिया जा सकता है और उसमें चलने वाले सॉफ्टवेयर को भी किराए पर लिया जा सकता है इसे ही हम क्लाउड कंप्यूटिंग कहते हैं। क्योंकि इसमें हम सारा कार्य हैं क्लाउड के माध्यम से करते हैं जो कि किसी दूसरे स्थान पर रखे हुए सरवर में हो रहा होता है हमें केवल अपने कार्य पर ध्यान केंद्रित करना होता है।

क्लाउड कंप्यूटिंग के मुख्यतः तीन भाग हैं।

  • यह इंफ्रास्ट्रक्चर एस सर्विस
  • यह प्लेटफॉर्म एसी सर्विस
  • यह सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस
  • इन तीनों ही सर्विस इसको हम अपनी दूसरी पोस्ट में बता चुके हैं फिर भी आपको थोड़े शब्दों में बताना चाहें तो इंफ्रास्ट्रक्चर आज सर्विस किराए पर या कहीं सब्सक्रिप्शन पर हार्डवेयर को उपलब्ध करवाती है जिसमें हमारा स्टोरेज और कंप्यूटर से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर या हार्डवेयर आता है हमें उसमें अपनी आवश्यकतानुसार ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलपमेंट सॉफ्टवेयर या फिर किसी अन्य एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को उसमें डालना पड़ता है इसी तरह सेहार्डवेयर के साथ-साथ सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और मिडिल वेयर इत्यादि सॉफ्टवेयर को भी किराए पर लिया जा सकता है और तीसरी तरह की सर्विस सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस में हमें किसी भी तरह का कोई भी मेंटेनेंस या डेवलपमेंट वाला काम नहीं करना होता है इसमें हमें उपयोग करने के लिए सीधा सीधा सॉफ्टवेयर ही दे दिया जाता है जिसे ना तो हमें कंप्यूटर में इंस्टॉल करना पड़ता है और ना ही किसी और डिवाइस में इंस्टॉल करना पड़ता है हम सीधा इसे अपने डिवाइसेज में है आसानी से चला सकते हैं और सारा का सारा डाटा सर्वर पर चला जाता है और जब भी हमें जरूरत होती है हम किसी भी नोट से या कंप्यूटर से उसे जरूरत के अनुसार उपयोग में ले सकते हैं।

    क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे।

    बिजनेस बढ़ाने के लिए अक्सर काफी पैसे की जरूरत होती है खासकर कंप्यूटर इंडस्ट्री में जब हमें किसी हार्डवेयर को खरीदना हो या सॉफ्टवेयर को खरीदना है तो उस तो शुरुआती दौर में हम इंसर्विस इसका अच्छे से लाभ उठा सकते हैं क्योंकि हम मात्र कुछ राशि खर्च करके अपने कार्य पर फोकस कर सकते हैं क्योंकि हमें सब कुछ रेडीमेड किराए पर मिल जाता है जिसमें कंप्यूटिंग पावर मेटल बेयर मिडिल वेयर डेवलपमेंट सॉफ्टवेयर या फिर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर तक उपलब्ध हो जाते हैं।

  • किसी भी तरह की टेस्टिंग के लिए यह सर्विस बहुत ही फायदे का सौदा हो सकती हैं।
  • हार्डवेयर के रखरखाव की समस्या खत्म हो जाती है और उसकी सिक्योरिटी की समस्या भी खत्म हो जाती है।
  • क्लाउड कंप्यूटिंग से होने वाली हानियां।

    क्योंकि क्लाउड कंप्यूटिंग में है किसी भी तरह की सर्विस लेने के लिए इंटरनेट से जुड़ना पड़ता है और अपने डाटा को किसी बाहरी सरवर पर रखना पड़ता है जिसके कारण डाटा चोरी होने का खतरा बना रहता है चाहे वह बाहरी तत्वों से हो या फिर सर्विस देने वाली कंपनी की तरफ से हो।

  • इंटरनेट कनेक्शन के खराब होने पर कनेक्टिविटी टूट जाती है जिससे कार्य प्रभावित हो सकता है।
  • जितना कंट्रोल हमारा अपने हार्डवेयर पर होता है किराए पर लिए गए कंप्यूटिंग क्लाउड सर्विस पर हमारा उतना कंट्रोल नहीं बन पाता।
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